परमेश्वर मकादिश

 परमेश्वर मकादिश

पवित्र करने वाला परमेश्वर।

इसलिये तुम अपने आपको पवित्र करो और पवित्र बने रहो क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर हूँ और तुम मेरी विधियों को मानना और उनका पालन भी करना, क्योंकि मैं तुम्हारा पवित्र करने वाला परमेश्वर हूँ। (लैव्य व्यवस्था 20ः 7-8)

परिभाषा:- पृथक करना, पवित्र करना, समर्पण करना, पवित्र रहना।


व्यवस्था विवरण की पुस्तक समझाती है कि किस प्रकार पाप मुक्त लोगों को अपनी बुलाहट के अनुरूप चलना चाहिए और परमेश्वर के आज्ञा अनुसार उसके लिए आत्मिक आराधना में सहभागी बनना चाहिए। इस्राएल के चरित्र एवं आत्मिक पवित्रता के सम्बंध में यह शीर्षक परमेश्वर मकादिश द्वारा कई बार दुहराया गया है।

पुराने नियम में पवित्रता शब्द का उपयोग स्थानों को, सजावट को, लोगों को, तथा विशेष दिनों को अलग करने हेतु किया गया है। इस्राएल के लोग परमेश्वर के लिए अन्य लोगों से अलग किए गए थे।

प्रभु यीशु मसीह अपने जन्म से ही पवित्र आत्मा की सामर्थ से अलग किए गए थे। वे पूर्णतः पवित्र, बेदाग और निष्पाप थे। यीशु हमारे प्रधान पुरोहित बने, उसके पाप मोचन प्यार में वह हमारे लिये पापी बना। (लूका 1ः 35; 2 कुरिन्थियों 5ः 21; इब्रानियों 10ः 10,14)

ऐसी पवित्रता या अलगाव के कारण हमारा चुनाव हुआ है (इफिसियों 1ः 4) पवित्रता एक निश्चय और क्रियाशील शब्द है। परमेश्वर के लोगों को जीवन शैली में भी पृथक होना चाहिए। यह कलीसिया लक्ष्य है कि अपने आपको पवित्र एवं दाग रहित प्रभु के सामने उपस्थित करें।


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