परमेश्वर रोही
परमेश्वर रोही
परमेश्वर मेरा चरवाहा
परमेश्वर मेरा चरवाहा है मुझे कुछ घटी न होगी। (भजन संहिता 23ः1)
परिभाषा:- साथी, मित्र, आनन्द देने, खिलाने, अगुवाई करने और निर्देश देने वाला। चरवाहा शब्द यह दिखाता है कि परमेश्वर इस योग्य है कि वह छुड़ाए हुए पापी, नाशवान मनुष्य के साथ संबंध बनाए। वह हमारे साथ व्यक्तिगत संबंध रखता है ताकि अपनी संतान की तरह हमें खिलाए और हमारी रक्षा करे। (2 शामूएल. 7ः 8; भजन संहिता 78ः 70-72)चरवाहा अपनी भेड़ों को नाम लेकर बुलाता है। भेड़ें उसका शब्द पहचान कर उसके पीछे-पीछे जाती हैं। वह चोरो और जंगली जानवरो से उनकी रक्षा करता है कि वे उन्हें दिन या रात में हानि न पहुचाएं। भेड़े उसकी निगहबानी को पहचानती और डरती नहीं। वह जंगल में उन्हें में भी उन्हें हरी चराई और पानी की ओर भी ले जाता है।
यदि एैसा कोमल अंतरंग रिश्ता मनुष्य एवं उसकी भेड़ के बीच में विद्यमान हो सकता है तो परमेश्वर एवं मनुष्य के बीच कितना अधिक विद्यमान होवेगी, जिसकी सृष्टि उसने की है ? यह कितना आश्चर्यजनक है कि परमेश्वर अपने स्वयं को इस रिश्ते हेतु समर्पित करता है।
यह दिखाता है कि हम किस प्रकार अपने पिता के रखवाली की सुरक्षा में हैं। वह सचमुच हमें सब दुष्टों से बचाता है। वह न कभी सोता न कभी ऊंघता है वह हमसे जुड़ा हुआ और हमारे लिए समर्पित है। वह हमें खतरों और कष्टों से बचाता है।
परमेश्वर अतंरंग व्यक्तिगत चरवाहा है। वह हममे से हर एक को व्यक्तिगत रूप से जानता है।
प्रभु यीशु हमारा अच्छा चरवाहा है जो हमें नम्रता से चराने के लिए आया है। उसने महान चरवाहा बनने के पहले मेम्ना बनने की योग्यता को पूर्ण किया है। इस कारण प्रत्येक भेड़ की जरूरतों से पूर्णता अनुभवी है।
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