परमेश्वर के नाम - हमारी वाचा

परमेश्वर के नाम - हमारी वाचा

परमेष्वर का वचन उसके सभी लोगों को चेतावनी देता है कि उसके नाम को पुकारें। इसे अधिक प्रभावशाली, तरीके से पुकारने पर उसके गुणों को समझने में सहायता मिलती है।

अगले कुछ पृष्ठों में परमेश्वर के नाम नेथन जे.स्टोन के नोटस में से लिखे गये है। आप परमेश्वर को अच्छी तरह समझेंगे जबकि उसके द्वारा दिये गये लाभ उसके नामो में निहित हैं। यह आपके प्रार्थना जीवन को भी धनी करने पायेंगे जब आप उसे उसके महान नामो से सम्बंघित करेंगे।


इलोहीम (ELOHIM)

यह नाम त्रिएक सृष्टिकर्ता, विश्व एव जीवन और समस्त राष्ट्रों के शासक का है जो अपनी सृष्टि को बचाने की वाचा बांधता है।

महानता, महिमा, सृजन, शासन, शक्ति, सर्व उपस्थित, सर्वोच्च, विष्व का सृष्टिकर्ता इलोहीम का मुख्य सम्बंध विश्व के सृजन एवं स्थायित्व से तथा उसके कार्यों से है। वह अपने सम्पूर्ण सृजन एवं प्राणियों को महान प्यार करता है जो कि उसके हाथों की रचना है।

बहुवचन, त्रिएकता को प्रदर्शित करता है।

एल (EL)

शक्तिशाली, मजबूत, परमेश्वर, महान, भयानक, महान सामर्थी परमेश्वर।

एल शड्डाई (ELSHADDAI)

परमेश्वर जो ‘‘सर्व सम्पूर्ण’’ एवं दाता है, जो भरकर, फलदायक बनाता है। वह न्यायी, ताड़ना देने वाला और शुद्धिकरण करने वाला है। यही सर्वशक्तिशाली परमेश्वर है।

एलड्डाई सर्वप्रथम अब्राहम के सम्बंध में आता है (उत्पत्ति 17ः 1) जब अब्राम निनन्यानवे वर्ष का हो गया, तब परमेश्वर ने उसको दर्शन देकर कहा मै सर्वशक्तिमान ईश्वर (एल शड्डाई) हूँ मेरी उपस्थिति में चल और सिद्ध होता जा। उसी समय से अब्राम का नाम बदल कर इब्राहिम हो गया क्योंकि उसने एलड्डाई का प्रकाशन समझा अर्थात् एक जिसमें सभी वस्तुएं सम्भव हैं।

एदोनाए (ADONI)

सर्वोच्य परमेश्वर हमारे जीवन का स्वामी, मालिक, मनुष्य की आज्ञाकारिता एवं सेवा के ऊपर दावा रखने वाला। एदोनाए परमेश्वर से हमारे सम्बंध को प्रदर्शित करता है जो परमेश्वर को यह बताता है कि वह हम से क्या अपेक्षा करता है। प्रभु यीशु के बाबत् एदोनाए का सैकड़ों बार उपयोग किया गया है। हम अपने नहीं हैं परन्तु हम मूल्य या कीमत से खरीदे गये हैं। हम एदोनाए की आत्मा, प्राण एवं देह के अधिपत्य में है। एदोनाए उसे भी प्रदर्शित करता है जो वर दानो को देता तथा अपने सेवको को सेवा करने के लिये सुसज्जित करता है। हमें उसके सेवकों को उसकी मीरास तथा उसके लोगों का भाग एवं हिस्सा बनना है।

परमेश्वर (JEHOVAH)

वह जो सम्पूर्ण ‘स्वयंभू’ अर्थात् स्वयं अस्तित्व रखने वाला है, अनंत जीवन रखने वाला, स्थाई अस्तित्व, अनंत एवं अपरिर्वतन शील, स्वयं अस्तित्व परमेश्वर एवं प्रकाशित करने वाला है।

परमेश्वर वह परमेश्वर है जो अपने को अपने चरित्र एवं आत्मिक गुणों में प्रदर्शित करता है। परमेश्वर अपना प्रेम का शर्त सहित चरित्र एवं आत्मिक गुणों में प्रकाशन करता है। परमेश्वर मनुष्य को चरित्रिक उपकार के नीचे रख कर अनाज्ञाकारिता हेतु दण्ड की चेतावनी देता है।

परमेश्वर के आठ यौगिक नाम पुराने नियम में हैं। यह नाम तभी उपयोग में आए जबकि परमेश्वर अपने एक विशेष प्रकाशन को दर्शाता था।

1. परमेश्वर यिरे (JEHOVAH-JIREH)

परमेश्वर उपाय करने वाला।

2. परमेश्वर राफा (JEHOVAH-RAPHA)

परमेश्वर चंगा करने वाला।

3. परमेश्वर निस्सी (JEHOVAH-NISSI)

परमेश्वर मेरा झंड़ा।

4. परमेश्वर मैकादिश (HEHOVAH-MEKADDISH)

पवित्र करने वाला परमेश्वर।

5. परमेश्वर शालोम (JEHOVAH-SHALOM)

शांति का परमेश्वर।

6. परमेश्वर सिद्केन (JEHOVAH-TSIDKENU)

परमेश्वर हमारी घार्मिकता।

7. परमेश्वर शाम्माह (JEHOVAH-SHAMMAH)

परमेश्वर वहां है।

8. परमेश्वर रोही (JEHOVAH-ROHI)

परमेश्वर मेरा चरवाहा।

यहां पर अति सुन्दर एवं एक विशेष क्रम है। इन यौगिक नामों में परमेश्वर का प्रकाशन हर एक जरूरत हेतु है- जैसे बचाना, संभालना मजबूत करना, पवित्र करना आदि। जिस क्रम में यह आठ नाम आते हैं, परमेश्वर के द्वारा इस्राएलियों की आत्मिक एवं शारीरिक जरूरतों को पूरा करने की है।

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