परमेश्वर शालोम

 परमेश्वर शालोम

शान्ति का परमेश्वर

जब गिदोन ने जान लिया कि वह परमेश्वर का दूत था तो गिदोन कहने लगा हे प्रभु परमेश्वर मैने तो परमेश्वर के दूत को साक्षात देखा है। परमेश्वर ने उससे कहा ‘‘तुझे शान्ति मिले’’ मत डर, तू नहीं मरेगा। तब गिदोन ने वहां परमेश्वर की एक बेदी बना कर उसका नाम परमेश्वर शालोम रखा। वह आज के दिन तक अबीएजेरियों के ओप्रा में बनी है (न्यायियो 6ः 22-24)


परिभाषा:- शान्ति सम्पूर्णता, समाप्त, एक हानि को अच्छा बनाना, खुशहाली, स्वस्थ रहना, सही, मनुष्य के हृदय की गहराई से इच्छा। ईब्रानी भाषा में इसका यह भी अर्थ है-सम्बंधो का तालमेल, या एक लेन-देन के पूर्ण होने पर, उधारी के चुकता होने पर, संतोष से देने पर स्थापित मेलमिलाप।

मेलबलि:- एक बलिदान, जिसके बहे लहू के द्वारा मुक्ति हेतु प्रावधान किया गया जिस पर मेल मिलाप तथा शांति आधारित है। (लैव्य व्यवस्था 3ः 7; 11ः 21) पाप के कारण शान्ति टूट जाती है। मेल बलि परमेश्वर एवं मनुष्य के बीच सम्बंध स्थापित करता है।

यीशु शांति का राजकुमार है। जिसकी प्रतिज्ञा पुराने नियम में हमारे लिये थी। पृथ्वी पर रहकर यीशु ने शान्ति का प्रचार और प्रतिज्ञा दी। उसने चंगाई दी तथा लोगों को शान्ति से भेजा।

क्रूस पर अपने लहू के द्वारा यीशु ने हमारे लिये शान्ति स्थापित किया। उसमें हमारी शान्ति उस पर विश्वास करने की क्षमता है और हमारी पवित्रता के द्वारा मापी जाती है। शान्ति विश्वास और आज्ञाकारिता पर आधारित है। यदि हम शारीरिक मनुष्य हैं तो हमें शान्ति की घटी होगी। इस कारण आइये शान्ति को हमारे हृदय पर राज्य करने दें। (कुलुस्सियों 1ः 20; 3ः15; फिलिप्पियों 4ः 7,9) यीशु से अलग कोई शान्ति नहीं है। चाहे व्यक्तिगत मनुष्य हो या राष्ट्र हो।

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