बलिदान आधारित प्रार्थना / आराधना
बलिदान आधारित प्रार्थना / आराधना
(1तीमुथियुस 2ः1-4)
‘‘अब सब से पहिले मेरा अनुरोध यह है कि विनतियां और प्रार्थनाएं, निवेदन तथा धन्यवाद सब मनुष्यों के लिए अर्पित किए जाएं।" (विनतियों का हिब्रू शब्द है टेकिनाह = Techinnah, प्रार्थनाएं अर्थात टेफिल्ला =Tefillah; निवेदन अर्थात बक्काशोट = Bakkashot तथा धन्यवाद होदायाह = Hodayah½। विषेश रूप से राजाओं और सब पदाधिकारियों के लिये, जिससे कि हम चैन और शान्ति सहित, पूर्ण भक्ति तथा गम्भीरता के साथ जीवन व्यतीत कर सकें। यह हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर की दृश्टि में भला और ग्रहणयोग्य है, जो यह चाहता है कि सब लोग उद्धार प्राप्त करें और सत्य को जाने। (1तीमोथी 2ः1-4)
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