ईवरीय चंगाई के विभिन्न चरण - 1
चंगाई और उद्धार के लिये परमेश्वर की प्रतिज्ञा।
1. परमेश्वर स्वस्थकर्ता
बाइबल के समस ही से परमेश्वर की सामथ्र्य से रोगी स्वस्थ हुए। अन्धों को दृष्टि मिली, बहिरों को सुनने की शक्ति, अपंग चलने लगे, कोढ़ी शुद्ध हुए, एंव सब प्रकार के रोगी व पीड़ित लोग स्वस्थ हुए ये आश्चर्यकर्म आज भी कलीसिया के लिये उतने ही आवश्यक तथा महत्वपूर्ण हैं, जितना की पूर्व काल के समय में थे। हमें यह क्यों जानना चाहिए? क्योंकि ईश्वरीय चंगाई से परमेश्वर की महिमा होती हैं।
यदि तु अपने परमेश्वर यहोवा का तन मन से सुनें, और उसकी दृष्टि में ठीक है, वही करें और उसकी आज्ञाओं पर कान लगाए, और उसकी सब विधियों को माने, तो जितने रोग मैंने मिस्रियों पर भेजे हैं, उनमें से एक भी तुम पर न भेजूंगा, क्योंकि मैं तुम्हारा चंगा करनेवाला यहोवा हूँ। (निगर्मन 15ः26)
वही तो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता और तेरे सब रोगों को चंगा करता है। (भजन संहिता 103ः3)
वह अपने वचन के द्वारा उनको चंगा करता और जिस गड़हे में पड़े है, उससे निकालता है। (भजन संहिता 107ः20)
धन्य है प्रभु जो प्रतिदिन हमारा बोझ उठाता है, वही हमारा उद्धारकर्ता परमेश्वर है। वही हमारा बचानेवाला परमेश्वर ठहरा, यहोवा प्रभु मृत्यु से भी बचाता है। (भजन संहिता 68ः19-20)
परमेश्वर यहोवा बदलता नहीं है।
क्योंकि मैं यहोवा बदलता नहीं, इसी कारण हे याकूब की सन्तान तुम नष्ट नहीं हुए। (मलाकी 5ः6)
2. प्रभु यीशु स्वस्थकर्ता
देख तू गर्भवती होगी और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा, तू उसका नाम यीशु रखना। वह महान होगा और परमप्रधान का पुत्र कहलाएगा, और प्रभु पमेश्वर उसके पिता दाऊद का सिंहासन उसे देगा। (लूका 1ः31-32)
परन्तु तुम्हारे लिये जो मेरे नाम का भय मानते हो, धर्म का सुर्य उदय होगा, और उसकी किरणों के द्वारा तुम चंगे हो जाओगे, और तुम निकल कर पाले हुए बछड़ों के समान कुदोगे और फांदोगे। (मलाकी 4ः2)
परमेश्वर ने किसी रीति से यीशु नासरी को पवित्र आत्मा और सामर्थ से अभिषेक किया, वह भलाई करता और सब जो शैतान के सताए हुए थे, उन्हें अच्छा करता फिरा, क्योंकि परमेश्वर उसके साथ था। (प्रेरितों के काम 10ः38)
पवित्रशास्त्र बाइबल में प्रभु यीशु का रोगियों को चंगा करना, दुष्टात्माओं को निकालना, काढ़ियों को शुद्ध करना मृतकों का जिलाया जाना और आश्चर्यकर्मो का वृतान्त चारों सुसमाचार में है।
वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिये हुए क्रूस पर चढ़ गया, जिसके हम पापों के लिये मरकर धार्मिकता के लिये जीवन बिताएं, उसी के मार (कोडे़) खाने से तुम चंगे हुए। (1पतरस 2ः24)
यशायाह नबी की भविष्यद्धाणी प्रभु यीशु पर पुरी हुई।
वह हमारे ही अपराधों के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के कारण कुचला गया, हमारी शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम लोग चंगे हो गए। (यशायाह 53ः5)
प्रभु यीशु मसीह बदलता नही है।
और देखों मैं जगत के अन्त तक सदा तुम्हारे संग हुँ। (मत्ती 28ः20)
यीशु मसीह कल, आज और युगानयुग एक सा है। (इब्रानियों 13ः8)
3. यीशु के शिष्यों द्वारा आश्चर्यकर्म
इन बारहो को यीशु ने यह आज्ञा देकर भेजा, अन्य जातियों की ओर न जाना, और सामरियो के किसी नगर में प्रवेश न करना। परन्तु इस्राएल के घराने ही की खोई हुई भेड़ो के पास जाना। चलते-चलते प्रचार करो ‘‘स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है।’’ बीमारों को चंगा करो, मरे हुओ को जिलाओ, कोढ़ियों को शुद्ध करो, दुष्टात्माओं को निकालो, तुम ने सेंत मेंत पाया है सेंतमेंत दो। (मत्ती 10ः5-8)
4. प्रांरभिक कलीसिया द्वारा
प्रारंभिक कलीसिया की सेवा के दौरान सर्वत्र चंगाई के चमत्कार प्रकट हुए - पढ़िये-
(प्रेरितों के काम 3ः6; 4ः29;5ः12;6ः8;8ः6;14ः6 और ;9-10;19ः11-12)
सच्ची कलीसिया बदलती नहीं है - प्रभु यीशु ने कहा - और देखो मैं जगत के अन्त तक तुम्हारे साथ हूँ। (मत्ती 28ः20)
सच्ची कलीसिया के लिये प्रेरितों के काम एक आदर्श एंव उदाहरण के समान है।
5. मसीही विश्वासियों द्वारा
प्रभु यीशु ने जगत के सब मसीही विश्वासियों को प्रतिज्ञा पूर्ण आज्ञा दी - और उसने उनसे कहा - तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टी के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो। जो विश्वास करे और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो बिश्वास न करेगा, वह दोषी ठहराया जाएगा। विश्वास करने वालों में ये चिन्ह होंगे, कि वे मेरे नाम से दुष्टात्माओं निकालेंगे, नई- नई भाषा बोलेंगे। सांपो को उठा लेंगे, और यदि वे प्राणनाशक वस्तु भी पी जांए, तौभी उनकी कुछ हानि न होगी, वे बीमारों पर हाथ रखेंगे और वे चंगे हो जाएंगे। (मरकुस 16ः15-18)
निश्चय ही सच्चे विश्वासीगण बदलते नहीं है। प्रभु यीशु ने कहा -
मैं तुम से सच सच कहता हूं, वह भी करेगा, वरन इससे भी बडे़ बडे़ काम करेगा, क्योंकि मैं पिता के पास जाता हूँ। जो कुछ तुम मेरे नाम से मांगोगे वही मैं करूंगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो। यदि तुम मेरे नाम से कुछ मांगोंगे, तो मैं उसे करूंगा। (यूहन्ना 14ः12-14)
नोट:- याद रखिये कि आश्चर्यकर्मो का युग समाप्त नहीं हुआ और चंगाई आज भी मसीह सेवा का अंग हैं।
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