परमेंश्वर ने आदम को, फिर इस्राएल को, फिर हबक्कुक को, फिर अपनी कलीसिया को विश्वव्यापी दर्शन दिया, कि सारी पृथवी परमेश्वर की महिमा के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसे समुन्द्र जल से भरा है. लेकिन सबने इस दर्शन की उपेक्षा की. (हबक्कुक 2:14; मत्ती 24:14; प्रे. के काम 1:8)
स्वर्ग परमेश्वर और स्वर्गदूतों का निवास स्थान
येशु ने कहा “स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है. इसलिए तुम जाओ और सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ तथा उन्हे पिता पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो और जो जो आज्ञाएँ मैंने तुम्हें दी है उनका पालन करना सिखाओ और देखो मैं जगत के अंत तक सदैव तुम्हारे साथ हूँ”. (मत्ती 28:18-20)
आदम की अनाज्ञाकारिता
परमेश्वर ने आदम को अदन की बारी का राजा और याजक नियुक्त करके आदेश दिया कि काम करो. (इब्रानी भाषा में अबद शब्द का मतलब काम और भक्ति), यानी उसे अपने काम से परमेश्वर कि भक्ति करना था. और उसे अपने कार्य स्थल को शैतान से सुरक्षित रखना था. उसे सारी दुनिया को अदन की बारी में बदल कर उस पर राज्य करना था. लेकिन उसकी अनाज्ञाकारिता से संसार तबाह हो गया. (उत्पत्ति 1:28; 2:15)
अदन कि बारी और उजाड़ स्थान
आदम को आदेश मिला कि बागवानी करो, उसकी रक्षा करो, फूलो फलो और सारी पृथवी को भर दो और उसे वश में करो यानि सारी पृथवी को अदन की बारी में बदल दो आदम अनाज्ञाकारी होने के कारण बाहर निकाल दिया गया. उत्पत्ति (1:28;2:15)
इस्राएल की अनाज्ञाकारिता
परमेश्वर ने इब्राहीम को आशीष दी कि तो तू सब जातियों के लिए लिए आशीष का कारण बनेगा. फिर इस्राएल को सारी पृथ्वी के राजा और याजक नियुक्त किया. लेकिन वे अनाज्ञाकारी होकर एक मंदिर के अंदर सीमित रह गए. तब परमेश्वर ने उन्हें गुलाम बनाकर दुनिया के तमाम मुल्कों में भेज दिया. लेकिन वहां भी उन्होंने सिनेगोग (आराधनालय) बनाकर सीमित रह गए और अन्य जातियों को एक सच्चे परमेश्वर के बारे में बताने से इन्कार कर दिया. (निर्गमन 19:5,6, उत्पत्ति 12:3)
इस्राएल को कनान दिया
और उन्हे सारी पृथवी का याजक नियुक्त किया. लेकिन वे बार बार अनाज्ञाकारी होकर एक मंदिर के अंदर सीमित रह गए. (निर्गमन 19:5,6)
कलीसिया की अनाज्ञाकारिता
प्रभु ने १२ शिष्यों की एक कलीसिया बनाई और उन्हे राजपदधारी याजक नियुक्त करके और महान आदेश देकर भेज दिया कि जाकर सब जातियों को शिष्य बनाकर बपतिस्मा दो और उन्हे आज्ञा मानना सिखाओ. उन्होंने जाकर दुनिया को उलट पुलट कर दिया. लेकिन कलीसिया ने हमें राजपदधारी याजक की उपाधि से वंचित रखा और मात्र दानदाता बनाकर चार दीवारों के अंदर सीमित कर दिया और प्रभु के अन्तिम आदेश की अनाज्ञाकारिता की. (मत्ती 28:18-20; लूका 10:1,2 1पत.2:9)
कलीसिया
प्रभु यीशु ने 12 शिष्यों की एक कलीसिया बनाई और उन्हे स्वर्ग और पृथवी की कुंजी दी और दो दो करके भेज दिया कि जाकर सब जाती के लोगों को चेला बनाओ लेकिन हमने चार दीवारों के अंदर सीमित रहना पसंद किया. (मत्ती 28:19; 16:18,19; लूका 10:1,2)
गृह कलीसिया
पेन्तेकोस्त के दिन ३००० परिवारों ने बपतिस्मा लिया और मंदिर को छोड़कर घर घर रोटी तोड़ने और परमेश्वर के सारे ज्ञान को बाटने लगे. आज हिंदुस्तान, वामपंथी चीन, बुद्धिस्ट कोरिया, भूत-पुजारी अफ्रीका, तबाही वाले मुसलिम मुल्कों में और केथोलिक लैटिन अमेरिका जैसे देशो में गृह कलीसियाएं विस्फोटक रूप से फ़ैल रही हैं.(प्रे. के का 2:41,42)
गृह कलीसिया
आज वामपंथी चीन, हिंदुस्तान, बुद्धिस्ट कोरिया, भूत पुजारी अफ्रीका, इरान जैसे तबाही वाले मुसलिम मुल्कों में और केथोलिक लैटिन अमेरिका जैसे देशो में गृह कलीसियाएं विस्फोटक रूप से फ़ैल रही हैं.
कलीसिया वो समाज है जो विश्वासियों को मनुष्यों के मछुवारा बनाकर उनके कार्यस्थलों में परमेश्वर के राज्य को स्थापित करने के लिए भेज देता है.
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