कलीसिया (चर्च) में मूर्तिपूजक परम्परांए एंव विधर्म - CALANDER कैलेन्डर - भाग 12

 धर्मशास्त्र के अनुसार कैलेन्डर और महिनों के नाम

   पवित्र भवन, ऊंचे घण्टाघर, क्रूस, रवि-वार (सन-डे), यहां तक कि प्रभु यीशु (लॉर्ड जीसस) और बहुत सी बातें हमारी मूर्तिपूजक विधर्मिता की बपौती हैं।

इक्लीसिया का प्रतिक चिन्ह दीवट (मेनोराह) ही  है। (प्रकाशित वाक्य 1ः20)

            कैलेन्डर: प्रारम्भ में महीनों की गिनती नये चांद के हिसाब से होती थी क्योंकि याहवेह ने आदेश दिये थे कि सूर्य और चन्द्रमा इसलिये बनाए गए हैं, कि वे नियम समयों, दिनों और वर्षों के कारण हों (उत्पत्ति 1ः14)। एस्तर की पुस्तक की पुस्तक में, बाबुल और फारस के प्रभाव के कारण, नक्षत्रीय ग्रहों के नाम सम्मिलित किये गए हैं। प्रारम्भ में केवल दस माह थे, जो साधारणतः केवल संख्या के अंक ही थे, जैसे सितम्बर (7वां), अक्टूबर (8वां), नवम्बर (9वां), दिसम्बर (10वां)। जूरियस कैसर ने सिकन्दरिया वासी एक ज्योतिषी को जिसका नाम सोसिजेनिस था, नियुक्त किया, जिसने वो महीने, जनवरी तथा फरवरी और जोड़ दिये। जूलियन कैलेन्डर, को बाद में और परिवर्तित किया गया और उसे रोम के बिशप के नाम पर जिसने कैसर के अधिकार को जब वह पोप बना, हथिया लिया था, ‘‘ग्रेगोरियन कैलेन्डर’’ नाम रख दिया गया। इसमें से आधे महीने, रोमी देवी देवताओं, राजाओं और ग्रहों की उपासना हेतु समर्पित कर दिये गए। जनवरी यूनानी देवता जेनुस को जिसके दो चेहरे थे, एक सामने और दूसरा पीछे ताकि वह नगर के प्रवेश द्वार और बाहर जाने के द्वार की चौकसी कर सकें। रोमी सम्राट जेनुस का महायाजक था, बाद में पोपा, मोन्टिफेक्स मेक्सीमस व महायाजक बन गया।

             उसकी कूरिया (कौंसिल) के सदस्य, जो इलीसियुस (स्वर्ग पैरेडाइज़) के फाटक खोलने व बन्द करने में उसकी मदद करते थे, ‘‘कार्डिनल’’(फाटक के चूल या कब्जे) कहलाते थे। यूनानी अनुवाद में याहवेह के नाम को कुरिओस (Kurios) में बदल दिया गया। जिसका फारसी (Persian½) में अर्थ होता है - सूर्य। फरवरी या फेब्रुएरीः (Februa फेब्रुआ) शुद्धिकरण के लिये समर्पित था। मार्च, मार्स के नाम पर रखा गया जो युद्ध का देवता था, जब रोमी सेना नये राज्यों पर जय पाने के लिये आगे बढ़ती थी। अप्रैल, अप्रीली या अफ्रोदाईत से सम्बन्धित हैं, जो सम्मोहित करने वाली, गर्भ उर्वरता की और काम-धर्म विधि इत्यादि की देवी थी। मई, एक रोमी देवी को समर्पित था जो कटनी और उर्वरता के यिले जानी जाती थी। जून, का नाम जूनो पर रखा गया जो जु-पिटर (सूर्य देवता के पिता) की बहिन थी। 

            इस माह को बहुत से जन, पिता दिवस के रूप में मानतें हैं। आजकल सूर्य हमारी पवित्र तस्वीरों में बहुत अच्छी तरह देखा जाकता है, उसके प्रभामण्डल (चेहरों के ऊपर चकदार गोलाई या हेलो) के रूप में। जुलाई, जूलियस कैसर की की आराधना के लिये समर्पित था, जो रोम का प्रथम सम्राट था और जिसे स्वर्ग के द्वार के रूप में आदर व उपासना मिलती थी। अगस्त, पहिले सेक्स्टिल्स कहलाता था, आक्टेविआनुस ने, अगस्तुस कैसर का नाम अपने चाचा जूलियस कैसर से ले लिया, ताकि अपनी महानता का प्रभाव जमा सके। उसने याहशुआ के जन्म के समय, जनसंख्या गिनने के आदेश जारी किये थे। (यहेजकेल 6ः1-10; लूका 2ः1)

जनवरी माह - तेबेत माह -
(एस्तेर 2:16)

यों एस्तेर राजभवन में राजा क्षयर्ष के पास उसके राज्य के सातवें वर्ष के तेबेत नाम दसवें महीने में पहुंचाई गई।फरवरी माह - शबात माह (जकर्याह 1:7)

दारा के दूसरे वर्ष के शबात नाम ग्यारहवें महीने के चौबीसवें दिन को जकर्याह नबी के पास जो बेरेक्याह का पुत्र और इद्दो का पोता था, यहोवा का वचन यों पहुंचा :

मार्च माह - अदार माह  (एज्रा 6:15)

इस प्रकार वह भवन राजा दारा के राज्य के छठवें वर्ष में अदार महीने के तीसरे दिन को बनकर समाप्त हुआ।

अप्रैल माह - अबीब/ निसान माह - (निर्गमन 13:4)

आबीब के महीने में आज के दिन तुम निकले हो।

मई माह - इय्यार / जीव माह (1 राजा 6:1)

इस्राएलियों के मिस्र देश से निकलने के चार सौ अस्सीवें वर्ष के बाद जो सुलैमान के इस्राएल पर राज्य करने का चौथा वर्ष था, उसके जीव नाम दूसरे महीने में वह यहोवा का भवन बनाने लगा।

जून माह - सीवान माह (एस्तेर 8:9)

सो उसी समय अर्थात सीवान नाम तीसरे महीने के तेईसवें दिन को राजा के लेखक बुलवाए गए और जिस जिस बात की आज्ञा मोर्दकै ने उन्हें दी थी उसे यहूदियों और अधिपतियोंऔर हिन्दुस्तान से ले कर कूश तक, जो एक सौ सत्ताईस प्रान्त हैं, उन सभों के अधिपतियों और हाकिमों को एक एक प्रान्त के अक्षरों में और एक एक देश के लोगों की भाषा में, और यहूदियों को उनके अक्षरों और भाषा में लिखी गई।

जुलाई माह - तामूज माह (यिर्मयाह 39:2)
और सिदकिय्याह के राज्य के ग्यारहवें वर्ष के चौथे महीने के नौवें दिन को उस नगर की शहरपनाह तोड़ी गई।
यहेजकेल 8:14
तब वह मुझे यहोवा के भवन के उस फाटक के पास ले गया जो उत्तर की ओर था और वहां स्त्रियाँ बैठी हुई तम्मूज के लिये रो रही थीं

अगस्त माह - आब माह  (गिनती 33:38)
वहां इस्त्राएलियों के मिस्र देश से निकलने के चालीसवें वर्ष के पांचवें महीने के पहिले दिन को हारून याजक यहोवा की आज्ञा पाकर होर पर्वत पर चढ़ा, और वहां मर गया

सितम्बर माह - एलूल माह  (नहेमायाह 6:15)
एलूल महीने के पच्चीसवें दिन को अर्थात बावन दिन के भीतर शहरपनाह बन चुकी।

नहेमायाह 8:1
जब सातवां महीना निकट आया, उस समय सब इस्राएली अपने अपने नगर में थे। तब उन सब लोगों ने एक मन हो कर, जलफाटक के साम्हने के चौक में इकट्ठे हो कर, एज्रा शास्त्री से कहा, कि मूसा की जो व्यवस्था यहोवा ने इस्राएल को दी थी, उसकी पुस्तक ले आ.

अक्टूबर माह - तिसरी / एतानिम (1 राजा 8:2)
सो सब इस्राएली पुरुष एतानीम नाम सातवें महीने कें पर्व के समय राजा सुलैमान के पास इकट्ठे हुए।

नवम्बर माह - बूल माह (1 राजा 6:38)
और ग्यारहवें वर्ष के बूल नाम आठवें महीने में, वह भवन उस सब समेत जो उस में उचित समझा गया बन चुका: इस रीति सुलैमान को उसके बनाने में सात वर्ष लगे

दिसम्बर माह - किसलेव  (जकर्याह 7:1)
फिर दारा राजा के चौथे वर्ष में किसलेव नाम नौवें महीने के चौथे दिन को, यहोवा का वचन जकर्याह के पास पहुंचा

इब्रानी कैलेंडर

नीसान (आबीब) मार्च–अप्रैल

14 फसह

15-21 बिन-खमीर की रोटी

16 फसल के पहले फल चढ़ाना

बारिश होने और बर्फ पिघलने से यरदन में उफान

जौ

अय्यार (जिव) अप्रैल–मई

14 देर से फसह मनाना

खुश्‍क मौसम की शुरूआत, ज़्यादातर समय साफ आसमान

गेहूँ

सीवान मई–जून

6 कटाई का त्योहार (पिन्तेकुस्त)

गरमियों का मौसम, साफ हवा

गेहूँ, अंजीर की पहली फसल

तम्मूज जून–जुलाई

 

गरमी बढ़ती है, कुछ जगहों पर भारी ओस पड़ती है

अंगूर की पहली फसल

आब जुलाई–अगस्त

 

तपती गरमी

गरमियों के फल

एलूल अगस्त–सितंबर

 

गरमी जारी

खजूर, अंगूर और अंजीर

तिशरी (एतानीम) सितंबर–अक्टूबर

1 तुरही फूँकना

10 प्रायश्‍चित का दिन

15-21 छप्परों का त्योहार

22 पवित्र सभा

गरमी खत्म, शुरू की बारिश

जुताई

हेशवान (बूल) अक्टूबर–नवंबर

 

हलकी बारिश

जैतून

किसलेव नवंबर–दिसंबर

25 समर्पण का त्योहार

तेज़ बारिश, पाला, पहाड़ों पर बर्फ

भेड़ों को भेड़शाला में रखा जाता है

तेबेत दिसंबर–जनवरी

 

कड़ाके की ठंड, बारिश, पहाड़ों पर बर्फ

पेड़-पौधे बढ़ते हैं

शबात जनवरी–फरवरी

 

ठंड कम होती है, बारिश जारी

बादाम के फूल खिलते हैं

अदार फरवरी–मार्च

14, 15 पूरीम

अकसर बिजली कड़कती है और ओले पड़ते हैं

अलसी

वेअदार मार्च

यह महीना 19 साल के दौरान 7 बार जोड़ा जाता था

 


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