पवित्र आत्मा पाने की बाईबिल की विधि भाग 2

अध्याय - 2 ठहरना (बाट जोहना) या न ठहरना (लेखक केनेथ ई. हेगिन) एक बैपटिस्ट युवक प्रचारक के रूप में पवित्र आत्मा में बपतिस्मा पाने के बाद और पूर्ण सुसमाचारीय लोगों के बीच में आने के बाद और पूर्ण सुसमाचारीय लोगों के बीच में आने के बाद, मैंने पवित्र आत्मा में बपतिस्मा के विषय में उस प्रकार कभी भी सेवा नहीं की जैसे वे करते थे। उन दिनों (1937-39) में, देश के, कम से कम हमारे क्षेत्र में, जितने भी पूर्ण सुसमाचारीय लोगों को मैं जानता था (वे सभी) प्रत्येक व्यक्ति को ‘‘ठहराते’’ थे। उन्होंने इस परम्परा को लूका 24 (अध्याय) से लिया था, जहां यीशु ने कहा, ‘‘जब तक स्वर्ग से सामर्थ न पाओ, तब तक तुम इसी नगर (यरूशलेम) में ठहरे रहो (पद 49)। वास्तव में पवित्र आत्मा पाने का कोई भी सूत्र (नियम) नहीं है। यदि (लूका 24ः49) एक सूत्र ही है, (तब) हमें शब्द ‘‘इसी नगर (यरूशलेम)’’ हटाने का क्या अधिकार है? यीशु ने कहा, ‘‘तुम इसी नगर (यरूशलेम) में ठहरे रहो।’’ उनके लिए ठहरना जितना महत्वपूर्ण था उतना ही महत्वपूर्ण यरूशलेम में (उपस्थित) होना था, क्योंकि परमेश्वर की योजना के अनुसार पवित्र आत्मा को उंडेले जाने का...