क्रिसमस पर दोबारा गौर
इंटरनेट क्रिसमस संदेशों से भरा पड़ा है। कोई नहीं जानता कि प्रभु यीशु कब पैदा हुआ था। बेथलहम का अर्थ है 'रोटी का घर'। परन्तु पूरा नाम बेतलेहेम एफ्राता (मीका 5:2) था, जो रोटी और फल को सन्दर्भित करता है। गौरतलब है कि प्रभु यीशु को रोटी और दाखरस के रूप में उनके जन्म के स्थान पर दर्शाया गया है। बेथलहम को पर्वों के समय बलिदान के लिए मेमनों को पालने के लिए भी जाना जाता था। तीर्थयात्रियों को मंदिर के बाजार में लूटा जाता था, इसलिए कई लोग बेथलहम तक 7 किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर सीधे चरवाहों से मेमने खरीदना पसंद करते थे । गौरतलब है कि मसीहा के जन्म की खुशखबरी सबसे पहले चरवाहों ने सुनी थी। वे फैंसी कपड़े पहनकर नहीं बल्कि चरवाहों के खुरदरे कपड़े पहनकर आए थे और हो सकता है कि एक मेमना भेंट चढ़ाया होगा। एक और दिलचस्प बात यह है कि अधिकांश ईसाई सोचते हैं कि वह एक गौशाला में पैदा हुआ था, हालांकि पवित्रशास्त्र में कहीं भी इसका उल्लेख नहीं किया गया है। यह सिर्फ इसलिए है क्योंकि 'चरनी' शब्द का उल्लेख किया गया है जिसका अर्थ है एक जानवर का खाने का लकड़ी का डब्बा। अनेक विद्वानों का म...