दस हत्यारे – सभी रोके जा सकते हैं ।

1.      नमक: अगर आप खाना खाते समय ज़्यादा नमक लेते हैं तो आपको हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है । इससे किडनी की परेशानी और स्ट्रोक (ब्रेन हैमरेज या लकवा) हो सकता है । ज़्यादा अचार या नमकीन जैसे पोटैटो चिप्स खाने से भी हाई बीपी बढ़ सकता है ।

2.      शकर (चीनी): ज़्यादा मिठाई और चाय में बहुत चीनी (जैसे चार चम्मच) डालने से डायबिटीज़ हो सकती है । इससे अंधापन, गठिया, नसों की कमजोरी, लो शुगर या हाई शुगर अटैक, कोमा और मृत्यु जैसी जटिलताएँ हो सकती हैं ।

3.      तेल: ज़्यादा तेल, मक्खन या घी खाने से कोलेस्ट्रॉल और मोटापा बढ़ता है । इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है । इलाज के लिए एंजियोप्लास्टी या बायपास सर्जरी करनी पड़ सकती है, जो महंगी होती है और केवल शहरों के विशेष अस्पतालों में उपलब्ध होती है । आजकल युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं ।

4.      फास्ट फूड: इनमें नमक और चर्बी (फैट) बहुत होती है । पोटैटो चिप्स में कार्बोहाइड्रेट, फैट और नमक अधिक होता है। कोक, पेप्सी और इसी तरह के पेयों में बहुत शुगर (फ्रक्टोज़) होती है, जिससे फैटी लिवर हो सकता है । इसी तरह बाज़ार से खरीदी सब्जियों को दो या तीन पानी से धोकर उसमे जो जहर छिद्काया गया उसे साफ़ करना अत्यंत जरूरी है ।

5.      पानी: खाने के साथ बहुत ज़्यादा पानी पीने से अपच और पेट के छाले (पेप्टिक अल्सर) हो सकते हैं । भोजन से आधा घंटा पहले या बाद में जितना चाहें उतना पानी पी सकते हैं ।

6.      पान, तंबाकू, गुटका और धूम्रपान: ये मुँह और भोजन नली (इसोफेगस) का कैंसर कर सकते हैं । धूम्रपान से फेफड़ों का कैंसर होता है । इलाज में बड़ी सर्जरी, रेडियोथेरेपी या कठोर दवाइयाँ लगती हैं । अस्पताल में बहुत समय और पैसा खर्च होता है तथा बार-बार जाँच करानी पड़ती है ।

7.      शराब: शराब की लत से लिवर सख्त होकर सिरोसिस नाम की बीमारी होती है । इससे पोर्टल हाइपरटेंशन होती है, जिसमें खून की उल्टी (हिमाटेमेसिस) और पेट में पानी (ऐसाइटिस) भर जाता है, और अंत में मौत भी हो सकती है ।

8.      अन्य कैंसर: प्रोस्टेट, मलाशय, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) आदि के कैंसर से बचने का आसान तरीका है – समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराना । शुरुआती अवस्था में कैंसर पकड़ में आ जाए तो 100% इलाज संभव है ।

9.      स्क्रीन टाइम: आजकल बच्चे और बड़े मोबाइल या कंप्यूटर पर बहुत समय बिताते हैं । पहले बच्चे बाहर खेला करते थे, अब ऊँगलियों से मोबाइल पर खेलते हैं । लंबे समय तक बैठे रहने से शरीर पर बुरा असर पड़ता है । बच्चों को अधिकतम एक घंटा और बड़ों को अधिकतम दो घंटे तक स्क्रीन देखनी चाहिए। आँखों की थकान से बचने के लिए “20-20-20 नियम” अपनाएँ - हर 20 मिनट बाद, 20 फीट दूर किसी वस्तु को 20 सेकेंड तक देखें । इससे आँखों को आराम मिलता है । स्टीव जॉब्स, जिन्होंने मोबाइल फोन बनाया, उन्होंने अपने बच्चों को 14 वर्ष की उम्र तक मोबाइल नहीं दिया था ।

10.   सड़क दुर्घटनाएँ: हर साल हज़ारों लोग, ख़ासकर युवा वर्ग, सड़क हादसों में घायल या मारे जाते हैं – तेज़ गाड़ी चलाने, नियम न मानने, हेलमेट न पहनने या सीट बेल्ट न लगाने के कारण । ये छोटी-छोटी सावधानियाँ लाखों जानें बचा सकती हैं ।

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