घरेलु कलीसिया आन्दोलन गतिर्वधक विरोध एंव रूकावट
"घरेलु कलीसिया" आन्दोलन गतिर्वधक विरोध एंव रूकावट
- घर-घर रोटी तोड़ना: खोजियों के साथ संबंध बनाता है, गरीबों की जरूरतों को पूरा करता है, शरीर, मन और आत्मा की संपूर्ण सेवा करता है। (लूका 10:5-8; प्रेरितो के काम 2:46,47; मत्ती 25:31-46)
- स्थानीय अगुवा: बढ़ती पीढ़ी के नेतृत्व को सरलता से बढ़ाये। (2 तीमुथियुस 2:2)
- दैनिक सभांए: न केवल बचाए जाने वालों का दैनिक जोड़ बल्कि शिष्यों की प्रतिदिन बढ़ोत्तरी जिससे कलीसिया का प्रतिदिन विकास होता है। (प्रेरितों के काम 2:47;6: 1,7;16:5; इब्रानियों 3:13)
- अन्यजातिय लक्ष्य: सभी धर्मों के लोगों को मसीह के साथ जुड़ने के लिए साधन प्रदान करता है। (प्रेरितों के काम 19:8-10)
- स्थानीय संसाधन: खेत की फसल स्वस्थ डी. एन. ए. के साथ कलीसिया में शिष्य बनाने वाला आन्दोलन के लिए सभी साधन प्रदान करता है। (लूका 10:7)
- प्रासंगिकताः यीशु के साथ उनकी अपनी जातीय धार्मिक सांस्कृतिक भाषाई पहचान के भीतर संबंध बनाता है। (प्रेरितों के काम 15:20; 17:23, 26-28)
- पवित्र आत्मा का
बपतिस्मा: बीमारों को चंगा करने, दुष्टात्माओं
के छुटकारे की शक्ति देता है और जहां मसीह का नाम नहीं हैं वहां प्रचार करने का साहस देता है। (प्रेरितों के काम 4:29,30; रोमियों 15:19,20) - महान आदेश: आज्ञाकारिता शिष्य बनाने का आन्दोलन प्रेरना देता है। जो राष्ट्रो को तेजी से अनुशासित करने की ओर ले जाती है। (मत्ती 28:18-20)
- यीशु ने अपने शिष्यों को पांच प्रेम आज्ञाएं दीः परमेश्वर से प्रेम करो, अपने पड़ोसियों से प्रेम करो, अपने आप से प्रेम करो, अपने शुत्रुओं से प्रेम करो और एक दूसरे से प्रेम करो। इन कलीसियाओं में महान आदेश आज्ञा पालन का आन्दोलन के वल घरेलु कलीसिया में ही किया जा सकता है। (लूका 10:27; मत्ती 5:44; यूहन्ना 13:34-35)
सी. पी. एम अवरोधक:
- भवनः साधनो का उपाय करती है, कलीसिया को स्थिर करता है, सुसमाचार का घर घर तक पहुचने से रोकता है, जहां मसीह को नहीं जाना जाता है।
- पेशेवर पुरोहितः बपतिस्मा लेने, रोटी तोड़ने आदि के लिए आपको अधिकार को खत्म कर देता है। आपको एक दर्शक बना देता है।
- रवीवार की आराधना: सप्ताह में एक दिन धार्मिक रूप से इस दिन को कार्यक्रम बना देता है।
- मसीही फोकसः अन्य धर्मो के लोगों को मसीह के साथ मुलाकात करने के लिए शामिल नहीं करता है।
- अनावश्यक बाहरी पैसेः निर्भरता पैदा करता है। भ्रष्ट अस्वस्थ चर्चो को जन्म देने वाले सुसमाचार के स्वतःस्फूर्त प्रसार का डी.एन.ए।
- बाहरी नेतृत्व: चर्च को एक विदेशी प्रत्यारोपण के रूप में देखा जाता है।
- जल का बपतिस्मा: जब तक जल और आत्मा से जन्म ल लिया जाए, आप स्वर्ग में प्रवेश नहीं कर सकते। (यूहन्ना 3:3,5)
- महान अनचूकः कोई शिष्य नहीं, कोई बढ़ोत्तरी नहीं, कोई वृद्धी नहीं - फलहीन और बंजर कोई कलीसिया रोपण आन्दोलन नही।
- घर घर रोटी तोड़ना: साधकों के साथ संबंध बनाता है, गरीबों की जरूरतों को पूरा करता है, शरीर, मन और आत्मा को समग्र राज्य प्रदान करता है। (लूका 10:5-8; प्रेरितों के काम 2:46,47, मत्ती 25:31-46)
- स्थानीय नेता: बहु-पीढ़ी के नतृत्व को सहजता से विकसित करें। (2तीमुथियुस 2:2)
- दैनिक सभांए: ने केवल बचाए जानें वालों का दैनिक जोड़ बल्कि शिष्यों का दैनिक गुणन जिससे घरेलु कलीसिया में प्रतिदिन बहुगुणित वद्धि होती है। (प्रेरितों के काम 2:47,6:1,7; 16:5; इब्रानियों 3:13)
- अन्यजाति लक्ष: सभी धर्मो के लोगों को मसीह के साथ जुड़ने के लिए मंच प्रदान करता है। (प्रेरितों के काम 19:8-10)
- स्थानीय संसाधनः फसल का खेत स्वस्थ डी.एन.ए. के साथ डी.एम.एम. बाथिंग चार्चो के लिए सभी संसाधन प्रदान करता है। (लूका 10:7)
- प्रासंगिकता: यीशु के साथ उनकी अपनी जातीय-धार्मिक-सांस्कृतिक-भाषाई पहचान के भीतर संबंध बनाता है। (प्रेरितों के काम 15:20;17:23,26-28)
- पवित्र आत्मा का बपतिस्माः बीमारों को चंगा करने, दुष्टात्माओं को छुड़ाने की शक्ति देता है और जहां मसीह का नाम नहीं लिया गया है वहां प्रचार करने का साहस देता है। (प्रेरितों के काम 4:29,30; रोमियों 15:19,20)
- महान आज्ञाः आज्ञाकारिता डी.एम.एम. को उत्प्रेरित करती है जो राष्ट्रों को तेजी से अनुशासित करने की ओर ले जाती है। (मत्ती 28:18-20)
- यीशु ने अपने शिष्यों को प्रभु यीशु ने पांच प्रेम आज्ञाएं दीः परमेश्वर से प्रेम करो, अपने पड़ोसियों से प्रेम करो, अपने आप से प्रेम करो, अपने शत्रुओं से प्रेम करो और एक दूसरे से प्रेम करो। इन महान कलीलिसीया रोपण आन्दोलन त्वरक अभ्यास केवल एक गृह कलीसिया के संदर्भ में ही किया जा सकता है। (लूका 10:27, मत्ती 5:44; यूहन्ना 13:34-35)
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