राष्ट्रगान

 राष्ट्रगान / National Anthem

राष्ट्रगान जन-गण-मन भारत की आजादी का एक अहम हिस्सा है। इससे देश की पहचान जुड़ी हुई है। राष्ट्रगान को रबिन्द्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) ने लिखा था। इसे स्वतंत्रता दिवस समेत अन्य विशेष अवसरों पर बजाया जाता है। संविधान ने इसे 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान (National Anthem) के रूप में स्वीकार किया था।

जन गण मन अधिनायक जय हे

भारत भाग्य विधाता।

पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा
द्रविड़ उत्कल बंग।
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधि तरंग।

तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशीष मागे।

गाहे तव जयगाथा।

जन गण मंगलदायक जय हे
भारत भाग्य विधाता।

जय हे, जय हे, जय हे
जय जय जय जय हे॥

राष्ट्र्रगान से जुड़ी कुछ और बातें भी बेहद दिलचस्प है, जिसे हर भारतीय को जानना चाहिए।

1.देश के राष्ट्र्रगान जन गण मन को पहली बार साल 1911 में कोलकाता में कांग्रेस के एक कार्यक्रम में गाया गया था।

2.राष्ट्रगान को पूरा गाने में 52 सेकेंड का समय लगता हैए जबकि इसके संस्‍करण को चलाने की अवधि लगभग 20 सेकंड है।

3.राष्ट्रगान को रवींद्रनाथ टैगोर ने न सिर्फ लिखा बल्कि उन्होंने इसे गाया भी था। इसमें 5 पद हैं। 

4.राष्ट्रगान को आंध्र प्रदेश के एक छोटे से जिले मदनपिल्लै में गाया गया था।

5.राष्ट्रगान को गाते समय सावधान की अवस्था में खड़े होना चाहिए. नियमों का पालन न करने पर जेल और जुर्माने का प्रावधान है। 

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